आभ्यासिक मध्य विद्यालय, पूरबसराय मे प्रवेश के कुछ समय के बाद ही मेरी धाक जम गई थी।विद्यालय हमारे निवास के सामने बिल्कुल समीप था।सामान्यतः कभी मै गैरहाजिर नहीं हुआ।जिस रोज किसी कारणवश गैरहाजिर होता, हमारे शिक्षक घर पहुंच कर हाल-समाचार पूछने लगते ।उस स्कूल मे सबसे बडी उपलब्धि यह थी कि हमारे पुस्तक वाचन, श्रुतिलेख मे सारे शिक्षक हमें शाबाशी देते थे।विद्यालय का नियम था कि प्रत्येक शनिवार का पहला पीरियड पुस्तक वाचन का होगा।उसमे कोई विषय दे दिया जाता था और प्रत्येक विद्यार्थियों को उसमें बोलना ही होता था।सारी कक्षाओं में पुस्तक वाचन चल रहा होता था और हेडमास्टर साहब विद्यालय मे चक्कर लगा रहे होते थे।एक बार वे हमारी कक्षा में आये तो मै अपनी बारी से बोल चुका था।किन्तु हेडमास्टर साहब को हमारे पुस्तक वाचन को सुनने की इच्छा थी।उन्हें सुनाने के लिए मुझे पुनः खडा कर दिया गया।हेडमास्टर साहब शाबाशी देकर गये।
चौथी कक्षा की एक घटना का मुझे स्मरण है।हमारे कक्षाध्यापक दिनेश सर थे।वे पढाते अच्छा थे।एक दिन वे पाँचवी कक्षा में पढा रहे थे।उन्होंने मुझे उस कक्षा में बुलाया।विचित्र दृश्य था।आधी कक्षा बेंचों पर खडी थी।उन्होंने मुझ अपनी निकट टेबल के पास बुलाया और मेरा मुँह कक्षा के लडकों की ओर कर दिया और मुझसे पूछा,”अंग्रेजी के वैसे शब्द जिसमें पाँच Vowels हो ,इन्हें बताओ”
जी, Education.
मुझे नहीं, इन लडकों को बताओ और जोर से बोलो ,ताकि सभी सुन सकें।कुछ नालायकों को इतना भी नहीं आता।”
मैंने जरा ऊँची आवाज मे कहा, Education.
सर बोले,देखो चौथी कक्षा का बच्चा जानता है ।और तुम पाँचवी कक्षा के ऊँट ,इतना भी नहीं जानते?
वे मेरी ओर मुडे ,कहा कि इन नालायकों के कान मलते मलते मेरी अँगुलियाँ दुःख गयीं ।अब तुम इनमें से हर लडके के गाल पर जोर का एक चाँटा रसीद करो।”इन्हें कुछ शर्म तो आए।
मै डर गया ।उन बडे लडकों को चाँटा मारूंगा तो बाद मे वे मुझे मारेंगे ।मैने कुछ लडकों को दिखावे मे हल्के हल्के चाँटे लगा दिए।
उन दिनों सप्तम वर्ग मे बोर्ड परीक्षा होती थी।मेरी तैयारी अच्छी थी ,पर परीक्षा प्रारंभ के दिन ही मुझे तेज ज्वर हो गया था।कुछ लोगों ने परीक्षा छोड देने की सलाह दी।पर,मैने परीक्षा में सम्मिलित होने की ठान ली।मुझे स्मरण है कि बडे भैया हमे साईकिल पर बिठाकर M.W.High School परीक्षा केंद्र ले गये थे।तबियत खराब के बावजूद सप्तम बोर्ड की परीक्षा में अच्छे अंकों से प्रथम रहा था।💐
interesting incident …school life leaves the best memories of our life…
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धन्यवाद💐
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